💥 छतरपुर पुलिस
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💥प्रेस नोट 💥
- 5 साल पुराने अंधे कत्ल का खुलासा
- पटवारी पति ही निकला पत्नी का हत्य़ारा
- *5 साल पहले हाथ पैर बंधी हालत मे रेलवे पटरी के पास तलैया मे मिली थी अज्ञात महिला की अर्धनगन लाश
- आरोपी राकेश अहिरवार एंव उसका साथी प्रभुदयाल अहिरवार गिरफ्तार
संक्षिप्त विवरण- पाच वर्ष पूर्व दिनांक 11.09.2018 के दोपहर करीबन 12.00 बजे सनमति स्कूल के पास रेलवे पटरी के पीछे पानी से भरी तलैया मे हाथ पैर बंधी अर्धनगन हालात मे अज्ञात महिला की लाश मिली रिपोर्ट पर थाना मे अपराध क्रमाक 478/2018 धारा 302 भादवि का पंजीबंध्द कर विवेचना मे लिया गया ।
अज्ञात लाश व अज्ञात आरोपी होने से उक्त प्रकरण शुराआत से ही पुलिस के लिये चुनौतीपूर्ण रहा अज्ञात शव की तलाश के दौरान पुलिस व्दारा मुखबिर तत्र संक्रीय कर लागातार प्रयासो से ज्ञात हुआ कि अज्ञात शव कमलेश अहिरवार पति राकेश अहिरवार निवासी पेक्टक टाउन छतरपुर का है जो शव की शिकाख्त राकेश अहिरवार से कराई गई जो पुलिस को शुराआती दौर से गुमराह करते हुए शव को पहचानने से इन्कार किया एंव पुलिस फिर शव के अज्ञात होने की गुत्थी मे उलझा कर रखा । इस दौरान मृतिका का DNA परीक्षण पर अज्ञात शव की पहचना कमलेश पति राकेश अहिरवार के रूप मे हुई परन्तु यह मामला सितम्बर 2022 तक लंबित रहा । पुलिस अधीक्षक छतरपुर सचिन शर्मा के निर्देशन मे तत्काल थाना प्रभारी सिविल लाईन कमलेश साहू के नेतृत्व मे थाना की स्पेशल टीम गठित कर प्रकरण मे नय सिरे से विवेचना प्रारंभ की गई दौरान विवेचना टीम को मामले के खुलासे कई महत्तवपूर्ण साक्ष्य हाथ लगे सिविल लाईन पुलिस को आरोपी मृतिका कमलेश अहिरवार के पति राकेश अहिरवार के विरूध्द हत्या के पर्याप्त साक्ष्य मिल जाने पर आरोपी राकेश अहरिवार को सिविल लाईन पुलिस ने भोपाल से धर दबोचा । राकेश अहिरवार ने सिविल लाईन पुलिस की बारीकी से पूछताछ करने पर राकेश अहिरवार ने अपने साथी प्रभुदयाल अहिरवार एंव एक अन्य साथी के साथ मिलकर मृतिका कमलेश अहिरवार की हत्या विस्टा गाड़ी क्रमाक MP16C6270 से ले जाकर हाथ पाव बान्धकर सनमती स्कूल के पास रेलवे पुलिया के पास पानी से भरी तलैया मे दिनांक 09.09.2018 – 10.09.2018 की दरमयानी रात्रि मे फैक कर निर्मम हत्या कर दी गई । आरोपी राकेश अहिरवारक खुले मिजाज का व्यक्ति था जिससे उसकी पत्नी कमलेश अहिरवार उसके चरित्र को लेकर शक करती थी इसी शक के कारण दोनो मे लगातार वाद विवाद होते रहते थे इसी के चलते राकेश अपनी पत्नी कमलेश अहिरवार को पेप्टिक टाउन मे अकेले रहने के लिये छोड दिया था फिर भी उसकी पती अम्बेडकर नगर समय समय पर राकेश के अम्बेडकर नगर वाले घर पर आती रहती थी । कमलेश अहिरवार केवल अपने पति व घर वालो से विवाद करती थी । राकेश इन्ही विवादो से तंग होकर अपनी पत्नी से पीछा छुड़ाना चाहता था । घटना दिनांक को भी कमलेश अहिरवार पूर्व की तरह अम्बेडकर नगर अपने पति के घर पर आई थी और उसका विवाद हुआ था और इसी विवाद के चलते आरोपी राकेश अहिरवार ने अपने साथियो के साथ मिलकर कमलेश को गाड़ी मे डाकर हाथ पैर बान्धकर जिन्दा ही तलैया मे फैक कर हत्या कर दी थी । आऱोपी राकेश अहिरवार पुलिस को गुमराह करने के आशय से कभी भी न ही मृतिका व मृतिगका के शव के फोटोग्राफ की पहचना की गई आरोपी बहुत शातिर चालाक था उसकी हत्या अज्ञात मे ही बनी रहे इसलिये उसने योजनाबध्द तरीके से थाना ओरछा रोड मे मृतिका कमलेश की गुमशुदगी मृतिका की हत्या के 15-16 दिन बाद दर्ज कराई । जब सिविल लाईन पुलिस ने 5 साल से हत्या की अनसुल्झी गुत्थी को गंभीरता से लेते हुए विवेचना प्रारंभ की तो बहुत ही महत्तवपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुए और सिविल लाईन पुलिस ने इन्ही साक्ष्यो के आधार पर अंन्धे कत्ल का खुलासा करने से सफलता प्राप्त की ।
उपरोक्त संपूर्ण कार्यवाही श्री सचिन शर्मा पुलिस अधीक्षक छतरपुर के कुशल निर्देशन मे सतत निगरानी मे की गई तथा संपूर्ण कार्यवाही मे अति पुलिस अधि श्री विक्रम सिह व नगर पुलिस अधीक्षक लोकेन्द्र सिह के मार्गदर्शन मे की गई ।
विशेष योगदना- थाना प्रभारी सिविल लाईन निरीक्षक कमलेश साहू, उप निरी राकेश तिवारी, उप निरी वीरेन्द्र कुमार, उप माधवी अगनीहोत्री , सउनि कमला, सउनि सुशीला, सउनि रामस्वरूप राजपूत, प्र आर बृजेनद्र गुप्ता, प्र.आर. हरचरण, प्र.आर. जय बेदी, आर. नित्य प्रकाश पटैल, आर धर्मेन्द्र सरवैया, आर चन्द्रप्रशेखर प्रजापति, महिला आर. रानू व सायबर प्र.आर. किशोर पटैव , प्र.आर संदीप की महत्तवपूर्ण भूमिका रही ।